एक रात का प्यार, ट्रेन में...
बात उस समय की है, जब मैं कॉलेज में 1991 में NCC में था! अपने NCC ग्रुप में, मैं बहुत ही फेमस था, इसलिए सभी मुझे अच्छी तरह से जानते थे! शायद, उस समय मैं बहुत शरारती था, लेकिन किसी काम को करने में हम लोगो का NCC ग्रुप पीछे नहीं था।

ऐसी ही, एक घटना है, जो अचानक 10 मिनट में हुई, और २ घंटे में ख़त्म हो गयी।

हमारे NCC ग्रुप को एक कैंप अटेंड करने अपने शहर से काफी दूर जाना था! सभी NCC कैडेट्स एक जगह मिले, अब हम सबको ट्रेन से जाना था, और सफ़र करीब 12 घंटे का था! शाम को हमे, करीब 10 बजे ट्रेन पकडनी थी! तो, हम लोगो ने 10 बजे ट्रेन ली, सभी कैडेट्स का एक ही कोच में रिजर्वेशन था, तो, सभी कैडेट्स ने अपनी-अपनी सीट ली और बातें करते रहे! करीब १२ बजे तक सब सो गये।

मुझे नींद नहीं आ रही थी, लेकिन मैं लेटा हुआ था, कुछ देर में मुझे भी नींद आ गयी. और अचानक करीब 1:30 बजे मेरी नींद खुली और मैं टॉयलेट की और गया, तो, देखता हूँ, कि, एक लड़की, जो करीब 23/24 साल की होगी, लाइट जला कर एक किताब पढ़ रही थी, देखने में वो लड़की सुंदर थी. वो, अकेली सफ़र कर रही थी! जिस जगह पर उसकी सीट थी, उसके आस-पास सभी सीट्स खाली थी, मैं अपना टॉयलेट करके वापस आ रहा था कि, मेरी नज़र उसकी किताब के उस पन्ने पर पढ़ी, जिसे वो पढ़ थी, और जिसका हैडिंग हिंदी मैं था "प्यास"।

मैंने उसे देखा, और बड़ी ही विनम्रता से पुछा, "क्या तुम्हे नींद नहीं आ रही है?", उसने अपनी किताब को बंद किया और बोली "नहीं". हम दोनों अब जनरल बात करने लगे. मैंने उसे जो सीट्स खाली थी, जहां पर थोडा सा अँधेरा था आने को कहा, जिसे उसने स्वीकार किया, और हम दोनों खिड़की के पास अँधेरे में बैठ गए. उसने अपनी सीट की लाइट बंद की और मेरे पास आ गयी।

कुछ देर बात करने के बाद मैं, मुझे उसके करीब बैठ गया, और उसका हाथ पकड़ कर कहा, को वो दिखने में बहुत सुन्दर है, वो शर्मा गयी, और कहा, की तुम भी किसी से कम नहीं हो, मुझे अच्छा लगा और मैंने उसके कंधे पर हाथ रख दिया, और उसने इनकार नहीं किया।

रात के करीब २ बज चुके थे, और हम दोनों अंधरे में, अकेले उस कम्पार्टमेंट में, एक दुसरे को पकडे बैठे थे. मैंने अपने होंठो से उसके गाल पर किस किया शायद उसने ऐसा सोचा भी नहीं था, अब उसके जवाब में उसने कहा कि, वो मुझे भी किस करना चाहती है! अब हम दोनों एक दुसरे को ट्रेन में किस करते रहे. मुझे डर था, की कोई कैडेट ना आ जाये, तो मैंने उसे, उपर वाली बर्थ में चलने को कहा तो, वो राजी हो गयी।

अब हम दोनों सुरक्षित थे, कोई हमें नहीं देख सकता था! हम दोनों ट्रेन में एक दुसरे को अपनी बाहों में सिमेटे हुए किस कर रहे थे! मेरा हाथ उसके बदन पर दौड़ रहा था! मैं उसके नितम्बो को, कस के पकड़कर अपनी और अपने शरीर से जोड़ने की कोशिश करता रहा, हम दोनों को बहुत मज़ा आ रहा था।

हम दोनों इतने हॉट चुके थे कि, शायद रुक पाना मुश्किल था! मैंने उसकी जीन्स का बटन खोला और अंदर हाथ डालना चाहा तो, उसने मना कर दिया, और मैं सिर्फ उसका स्तनपान ही करता रहा। हम करीब आधे घंटे तक इसी तरह एक दुसरे को प्यार करते रहे! अपने आप में एक उत्तेजना पैदा होती रही, लेकिन हम आगे नहीं बढ़ सकते थे! फिर भी वो एक अच्छा एहसास था!

हम दोनो अभी भी लेटे हुए थे, और अब करीब सुबह के 5 बजने वाले थे तो, उसने अपनी घडी देखी और बोली कि, 15 मिनट में उसका स्टेशन आने वाला है! मैंने मायूस होकर उसे छोड़ा, 15 मिनट स्टेशन आने का वेट किया और उसे अलविदा कहा।

काश, उस समय मोबाइल फ़ोन हॊते, तो आज भी दोनों मिलते रहते!



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